। ।श्रीनारायण। ।
अपना धर्म और अपने शास्त्र
केवल विष्णु भक्ती को सर्वोपरि मानते हैं।
कल्याण का एक ही मार्ग है बस केवल और केवल विष्णु भगवान की भक्ति।
अन्यत्र केवल समय की बर्बादी होगी। अतः केवल सत्य धर्म को धारण करने वाले बनें , किसी प्रकार के आडंबर की प्रचार की हवा चले उसमें धूल की तरह न उड़े वही सच्चा भक्त है।
-श्रीनारायण भक्ती पंथ